क्यों शायर को बेवजह बदनाम करते हो, रबी,
प्यार के सिवा उसने न कुछ दिया है,
इन्तेकाम के सिवा उसने न कुछ लिया है,
और ज़िल्लत के सिवा उसे न कुछ मिला है।~रबी
[ Why do you defame a poet without any reason?
He has never given anything but love,
He has never taken anything but revenge,
And he never got anything but ridicule. ]