मोहब्बत
मैंने कहा खुदा से तूने सबको दी , थोड़ी मोहब्बत मेरे हिस्से भी लिख दे। खुदा ने कहा तू बदनसीब है रबी , मोहब्बत तेरे मुकद्दर में नहीं। लोग चोट खाते हैं अक्सर इश्क में, तुझे इश्क ही चोट देता रहेगा। मत चाहना किसी को, भूल कर भी , जिसे चाहेगा, वो तुझसे दूर ही रहेगा। न कर मोहब्बत किसी से, वर्ना समझ ले , मोहब्बत तेरे पास तो रहेगी, पर तुझे कभी मिल न सकेगी। ...