तुझसे नाराज़ नहीं ज़िन्दगी
तुझे कभी डर लगे जो अगर, हम छोड़ जाएंगे, कभी देना आवाज जोर से, फिर लौट आएंगे, मैं अक्सर वादा निभा पाता तो नहीं , फिर भी तुझसे चलो ये वादा रहा। तुझसे नाराज़ नहीं ज़िन्दगी, हैरान हूँ मैं। तेरे मासूम सवालों से परेशान हूँ मैं … तुझे क्या लगा हम जो गए, तुझे भूल जाएंगे , ऐसा तो नहीं मेरे न रहने से, नाते टूट जाएंगे, ऐसी प्यारी चीज को भी भला, कोई भूला करता है ? बोलो! तुझसे नाराज़ नहीं ज़िन्दगी, हैरान हूँ मैं। तेरे मासूम सवालों से परेशान हूँ मैं … ...