अश्क़

अश्क़ों का क्या है, ना समय ना बहाना, अश्क़ तो निकल ही आते हैं, साथ छोड़ने से पहले, साथ छूटने के बाद, दिल तोड़ने से पहले, दिल टूटने के बाद। अश्क़ सामने होते दांट देता, जो दोस्ती होती इनसे तो गम बाँट लेता, और जो होती दुश्मनी कसम से, बहुत लड़ता, बहुत झगड़ता। पर अश्क़ों का क्या है, ना अपना ना बेगाना, अश्क़ तो निकल ही आते हैं, दर्द देने से पहले, दर्द मिलने के बाद, सांस लेने से पहले, सांस लेने के बाद। ...

May 17, 2014  · #187

उसमे थोड़ा सच भी था

उसने कहा, मेरी आँखों में देखो और बताओ क्या दिखता है? मैंने कहा, निहायत ही घटिया ये सवाल कैसा है? उसने कहा बकवास बंद करो मुझे जानना है! मैंने कहा, अच्छा फिर सुनो, तुम्हारी आँखों पर मेरा क्या मानना है। वो सामने बैठी और गौर से सुनने लगी, मैंने गाला साफ़ कर दास्तान-ए-अँखियाँ शुरू की … क्या तुमने किसी बच्चे की आँखों में देखा है ? मासूमियत के सिवा उनमे कुछ और कभी मिलता है ? वो ही मासूमियत दिखती है तुम्हारी आँखों में। एक मासूमियत जो कभी घटती नहीं, एक मासूमियत जो कभी मिटटी नहीं। ...

April 27, 2014  · #179

हैप्पी बर्थडे अम्बे माता

हैप्पी बर्थडे अम्बे माता, बोलो हैप्पी बर्थडे अम्बे माता, जो कोई तुम को विश देवत, जो कोई तुम को विश देवत, ऑलवेज समथिंग गुड ही पाता, बोलो हैप्पी बर्थडे अम्बे माता। कद काठी छोटो बच्चन सी, बातें जैसे दादी माता , हाँ बातें जैसे दादी माता। जो कोई भक्तजन बोर होवत, जो कोई भक्तजन बोर होवत, गॉसिप करन नाल त्वाडे कोल ही आता, बोलो हैप्पी बर्थडे अम्बे माता। ...

April 21, 2014  · #178

Have Faith. Endure.

It sucks to know what you are going through, It sucks that I can’t come ‘n meet you, It sucks that I am far far-away, It sucks that no-one is there to cheer you , It sucks that you are suffering so much, It sucks that there’s nothing that I can do , And I would have done it earlier if only I knew, But from today, I will pray, that you get well soon. Have Faith. Endure. ...

April 17, 2014  · #174

सुकून-ओ-करार

है मिसरी सा, कानो में घुलता एक-एक लफ्ज़ तेरे प्यार का, लगे चौदवी का चाँद भी बेनूर, जो हो दीदार मेरे यार का, खनक है चूड़ी जैसी, उसकी कांच की बातों में, कभी गुजरे हो वो जिस ओर से, हम बैठे रहते हैं उन्ही राहों पे, जिसके ख़त्म हो जाने से आ जाए यकीन सुकून-ओ-करार का, मुझे रहता है इंतज़ार उसके ऐसे किसी इंतज़ार का। ~रबी [ Like sugar, her words melt in my ears, Even that glorious moon fades, when my love shows her face, When she talks, it sounds like the tinkling of her bangles, The way she took once, I keep sitting on that path waiting for her, At the end of which I get the belief of relief and peace, I wait to get such an opportunity to wait for her. ] ...

April 1, 2014  · #168

अब कुछ बचा नहीं...

किसी ने हूर, किसी ने नूर, किसी ने परी, किसी ने जलपरी कहा होगा, किसी के लिए मोहिनी, किसी के लिए अप्सरा, कोई कहे संजीवनी, किसी ने विष कन्या का नाम भी लिया होगा, अब क्या कहूँ इसके बाद तुम्हारे वास्ते, मेरे कहने के लिए अब कुछ बचा नहीं। किसी को हुई होगी चेहरे को चाँद समझने की गलतफहमी, कोई माथे को सूरज समझ बैठा होगा, किसी ने झुकी पलकों में आयतें ढूंढी होंगी, कोई जुल्फों को ही नमाज समझ बैठा होगा, किसी को हंसी से ख़ुशी नसीब हुई होगी, कोई उसी हंसी से जल मरा होगा, अब क्या ढूँढू खुली किताब में अपने वास्ते, मेरे ढूंढने के लिए अब कुछ बचा नहीं। ...

February 25, 2014  · #158

How to Write a Poem

As you walk down the memory lanes, Suddenly you hit an epiphany, Brimming, you take out a blank sheet, or a blank screen, And start to scribble little somethings. You write a stanza or three, And then the mind goes blank, You had decided to pour your heart into it, Now, you don’t know what else to yank. You fiddle with the nibble, change ink, change editor, finally get tired of changing, You stare at the blank canvas with rue, And it keeps staring blankly back at you. ...

January 20, 2014  · #151

यही सवाल था

वो कोई तो जाना-पहचाना सा शख्स था, जिसका आँखों में आज अक्स था। कुछ धुंधली धुंधली सी उसकी परछाई थी, अचानक ही अहातों में उतर आयी थी। कुछ तो था जो वो कहना चाहता था, पर मेरे इर्द गिर्द तो बस एक घहरा सन्नाटा था, कानो तक पहुँचती उसकी सहमी सहमी सी साँसें थी, छिपी कहीं जिनमे दम तोड़ चुकी कुछ बातें थी। कुछ दूर बढे उसके मेरी तरफ कदम, फिर सिहर गए, हाथ उठे कुछ दिखाने को, पर ठहर गए, “पीछे मत देखना"… बस इतना कहा उसने फिर मुड़ गया, नहीं आया वो साया लौटकर, एक बार जो उड़ गया, धड़कने बढ़ चली, वहीं खड़ा रहा निस्तब्ध सा, मन तो बहुत किया, पर मुड़कर नहीं देखा। ...

January 9, 2014  · #149

अज्ज मेरा यार नि आया

मैं करदा रवां इंतज़ार, पर अज्ज मेरा यार नि आया। मैं पट्ट देखां, देखां कई वार, के अज्ज मेरा यार नि आया। कि कित्ता मैं गल कोई खार, जे अज्ज मेरा यार नि आया। लगदा ओंनू देखे दिन हुए हज़ार, ना अज्ज मेरा यार नि आया। आजा, अब ते कंवली होया यार, क्यों अज्ज तू मेरे यार नि आया। मेनू सौ उस दी, मैं छड्ड देना संसार, जो अज्ज मेरा यार नि आया। ...

September 11, 2013  · #138

Dear Friend, Thanks for your text

Dear friend, last night I got your text, Where you wrote how, “I’m one of ya best”. Well let me tell you first I appreciate that, You took sometime out to say what you said. What I didn’t like is that you took a year, To state something that should have been so obvious. You could have told me this when we last met, Or piggybacked it with your occasional “gn” messages. Or left it unsaid, and I would have understood, Because after all that’s what real friends do. ...

August 4, 2013  · #135