फरवरी की धूप... एक बार फिर

मुरझाई थी फूल की कली , थी बेजान डाल बेल की , तेरे बसंत से खिल गयीं , जो फिर आ गयी… तू फरवरी की धूप सी। गुनगुनी खिली खिली। शिकायत तुझे इस बात की , तेरी प्यास से दिल बुझता नहीं , मगर ज़रा से में जो बुझ गयी , तेरी प्यास फिर किस काम की। तुझ बिन है रहती उदासी , तुझ संग बंध गयी ख़ुशी। अब तू है सब कुछ तभी , जो तू नहीं, तो कुछ नहीं। ...

February 21, 2015  · #319

तुझ पर  हक़  है  मेरा

[ तुझ पर हक़ है मेरा , पर जताऊं कैसे। मैं जताऊं कैसे। करता हूँ प्यार तुझसे , पर दिखाऊं कैसे। मैं दिखाऊं कैसे… ] तू ही छुपा सकता है मुझे अंधेरो में खो जाने से। तू ही बचा सकता है मुझे , गर्त में गिर जाने से , तू ही ले जा सकता है मुझे , दूर दुश्मन जमाने से। जमाने से… तूने अकेला जो छोड़ा हमें , तन्हां मर ही जाएंगे। तू जिस पल हुआ जुदा हमसे , वो लम्हा कैसे बिताएंगे। मत जाना इतना दूर हमसे , की वापस ला भी ना पाएंगे। ला ना पाएंगे… ...

January 17, 2015  · #313

अब जाने भी दो ना।

[ क्यों खफा हो ज़िन्दगी से, जाने भी दो ना। अब जाने भी दो ना। क्यों लड़ते हो बीते लम्हों से, रहने भी दो ना। अब रहने भी दो ना। ] जिनके पास हो बहुत कुछ, उनके पास भी सब नहीं होता, खुश रहने को फिर भी, किसी के पास कम नहीं होता। ज़िन्दगी तो अभी शुरू हुई है यार, तुम जीकर तो देखो ना। जीकर देखो तो ना। [ क्यों खफा हो ज़िन्दगी से, जाने भी दो ना। अब जाने भी दो ना। क्यों लड़ते हो बीते लम्हों से, रहने भी दो ना। अब रहने भी दो ना। ] ...

November 10, 2014  · #267

मुस्कुराने (Reprise)

तुम हाँ कहो न कहो, तुम ना भी मत कहना, जैसे भी हो भोले भाले, वैसे ही रहना। मुस्कुराने की वजह तुम हो, गुनगुनाने की वजह तुम हो। जिया जाए न जाए न जाए ना , ओ रे पिया रे। एक बार तो कहो, छीन लायेंगे हम, रूखा सूखा जैसे भी हो, खा ही लेंगे संग। [ एक बार तो कहो, छीन लायेंगे तुम्हे, रूखा ही हो, सूखा ही हो, खिला तो देंगे तुम्हें। ] जिया जाए न जाए न जाए ना, ओ रे पिया रे। ...

September 24, 2014  · #250

तुझसे नाराज़ नहीं ज़िन्दगी

तुझे कभी डर लगे जो अगर, हम छोड़ जाएंगे, कभी देना आवाज जोर से, फिर लौट आएंगे, मैं अक्सर वादा निभा पाता तो नहीं , फिर भी तुझसे चलो ये वादा रहा। तुझसे नाराज़ नहीं ज़िन्दगी, हैरान हूँ मैं। तेरे मासूम सवालों से परेशान हूँ मैं … तुझे क्या लगा हम जो गए, तुझे भूल जाएंगे , ऐसा तो नहीं मेरे न रहने से, नाते टूट जाएंगे, ऐसी प्यारी चीज को भी भला, कोई भूला करता है ? बोलो! तुझसे नाराज़ नहीं ज़िन्दगी, हैरान हूँ मैं। तेरे मासूम सवालों से परेशान हूँ मैं … ...

September 11, 2014  · #246

अब उतर भी आओ ज़मीं पर।

धरती पर जश्न होगा, हर कोई तब मग्न होगा, बजेगा मदहोशी का संगीत , खुद थिरकने का मन होगा… बंजर मिट्टी को बूँद मिलेगी, रुक गई बयार चल पड़ेगी, कुछ टहनियाँ उदास पड़ी हैं, तुम्हे देख फिर झूम उठेंगी… बस… अब उतर भी आओ ज़मीं पर। अब उतर भी आओ ज़मीं पर। रह गयी तुम्हारे बिना, कुछ पंक्तियाँ लफ़्ज़ों बिना, कुछ आँखें दीदार को, कुछ होंठ मुस्कुराये बिना… कुछ बैठे हैं आस में, तुमसे मिलने की ताक में, शायद मन्नत मिल ही जाय, कुछ ऐसे ही एहसास में… बस… अब उतर भी आओ ज़मीं पर। अब उतर भी आओ ज़मीं पर। ...

September 3, 2014  · #244

माँ

मत दो रोटी मुझको माँ, चाहे भूखा ही रहने दो, मत सुलाओ गोद में अपनी माँ, सारी रात चाहे जागने दो, मत सहलाओ माथा मेरा माँ, भूत से मुझको डरने दो, कर दो बंद कमरे में माँ, अँधेरे में चाहे सिसकने दो। पर मत नाराज हो माँ, मुझे रोना आता है… मुझसे तुम नाराज़ मत हो। जब तुम नाराज होती हो माँ, बहुत बुरा लगता है… तुम जब नाराज होती हो तो। ...

August 25, 2014  · #242

मुझे तू पूरा का पूरा चाहिए

क्या तूने कहा, किसे खबर किसको पता , मैं तो तेरी आवाज ही सुनता रह गया … पुतला था, जाने कहाँ से आया तू, जान मुझमे फूंक दी, तूने क्या असर किया, मचल पड़ी सांस भी उखड़ी उखड़ी, धीरे से क्या ऐसा कहा, न गलत पता न कुछ सही, तुझे देखने को एक नज़र, रात ने भी सुबह कर दी, बाँट ले दुनिया नफरत तेरी चाहे जितनी भी, पर प्यार तो मुझे तेरा सारा चाहिए , न आधा चाहिए न अधूरा चाहिए, मुझे तू पूरा का पूरा चाहिए। चाहिए… मुझे तू पूरा का पूरा चाहिए। ...

August 18, 2014  · #241

I took some drugs today

I was drowning in my own mucous. Fluids flowing from nose, mouth ‘n ears, Saliva in and saliva out, Puking in and Puking out, The windpipe was stinging like hell, Like that kid taking tequila shots felt. Some powdered substance and a syringe, Some through mouth and Some through veins. I took some drugs today, It wasn’t pretty but I had to take. I couldn’t eat, I couldn’t sleep. Shivering like a weathered leaf, Spiking headache was unbearable, The back was broken beyond recognizable. The legs said we can no longer hold on , I was burning like a pre-heated oven, More para- and more analgesic, Couldn’t take more lest I would have killed. ...

August 7, 2014  · #238

सजनी

सजनी देखो, मेरी एक बात सुनो, कबसे नहीं बोली तुम, कुछ बात तो करो, जो भी बात हुई, छोटी बड़ी कुछ भी, जाने दो, तुम ऐसे तो ना रूठो। सजनी, तुम्हे तो पता ही है, मैं कैसा हूँ, छोटी छोटी बात पर बिफर पड़ता हूँ। पर तुम तो वो धागा हो ना, जो बांधे रखता है, तुम टूटो तो मैं भी बिखर पड़ता हूँ। दुखता मुझे भी है सजनी, जो चोट लगती है तुमको , छलनी होता है कलेजा मेरा भी, ठेस लगती है जब तुम्हारे दिल को, बहुत गुस्सा हो ना, मैं जानता हूँ। क्या पता तुम्हे अच्छा लगे, चलो थोड़ा सा मुझे आज मार ही लो। ...

July 31, 2014  · #235