The Bus Mate

Hi X*! How are you? I hope your new life is treating you good. Now it’s ok that me You don’t know. And, there’s no rhyme or reason to write this, Except the fact that Your friend is My friend also. You see I got to know you left our company recently, And also the company of our common friend, more importantly. She has taken your name quite a few times, ever since. She claims, here, you were her best friend, And she does remain sad, without a doubt , The degree it hurts without you, only she can tell. ...

January 21, 2025  · #433

Li'l Soldier

Do not hold on, Li’l soldier, Let these people go. Your clutches will not stop them, from going, just make it a Li’l slow. The more you resist, Li’l soldier, The more the fights will grow, Eventually they’ll leave, I promise, And you’ll be left with Li’l blisters to show. And what’s even there to stop, Li’l soldier, You can’t stop time, when that time is already gone, You can’t stop from breaking, what’s already broken from storm, And you can’t be Li’l right, now, when you’re already wholly wrong. ...

March 25, 2019  · #382

मेरे यार

ऐ मेरे यार, कहाँ गया तू, कौन गाँव किस देश, आ देख तुझ बिन क्या हालत मेरी, देख कैसा हुआ मेरा भेष। देख अब सुबह ने भी उठना छोड़ दिया, देख शाम भी बैठी रहती है गम सुम, देख आहटें भी वीरान पड़ी हैं, देख सरगोशियाँ भी रहती हैं चुप चुप। लौट आ, याद। याद तेरी बहुत सी आती है, पत्थर ऑंखें भी, जिनमे डूब। डूब पिघल सी जाती हैं …. ...

July 24, 2014  · #228

भाई क्यों उदास हो

जो दिल में बस्ते हों वो आँखों में उतर आएं तो, जो आँखों में तैरते हों वो दामन में छलक आएं तो, जो दामन में सिमटे हों वो हाथों से निकल जाएँ तो, नहीं पूछना चाहिए… भाई क्यों उदास हो। ~रबी [ Those who live in heart, if they come in the eyes, Those who float in eyes, if they spill on the shoulders, Those who stay on shoulders, if they leave the hands, You should never ask…. why are you sad bro. ] ...

May 10, 2014  · #184

यादों में

ऐ मुझसे दर्द-ए-जुदाई की उम्मीद रखने वालों, कभी मेरी रुखसत-ए-दुनिया पर दो आंसूं बहा लेना। ऐ मेरी आह पर वाह वाह करने वालों, कभी कबर् पर आकर दो जुगनू जला देना। मैं आज ज़िंदा हूँ, कल का मुझे होश कहाँ, जो न रहूँ, एक याद समझ यादों में जिला लेना। ~रबी [ Hey all of you who expect me to be pained by your separation, When I separate from the world, please try to shed 2 tears, Hey all of you who applause when I scream through my guts, On my grave, please do come and burn 2 candles, I am alive today, I am not sure about tomorrow, If am not there, please do keep me alive in your memories. ] ...

April 10, 2014  · #172

जीने की रज़ा

तुम गयी, सांस गयी, सांस लेने कि वजह गयी, जिस फ़िज़ा कि सोहबत में जीता था, तेरे संग संग वो फ़िज़ा गयी. कुछ दीवाने कहते थे, बहार है बहार है, तुम गयी, तो लगता है आ खिज़ा गयी, तुमको देखा तो आते आते, एक पल को रुक क़ज़ा गयी. अब तो तुम ही बताओ किस के लिए जियें, जो थोड़ी थी बची हुई, तुम गयी, तो वो जीने की भी रज़ा गई। ...

March 13, 2014  · #164

वक्त

बातें तो बहुत थीं, मंज़र भी सही बहुत था, कह कर रुला देने का , मकसद भी जिगर में कहीं बहुत था, बस ना थी मेरे पास वो सब कह पाने की हिम्मत, और ना उसके पास सुन पाने का वक्त ही बहुत था। ~रबी [ There was a lot to say, And it was a perfect time for it, To make them cry, by telling all that, I had this wish also deep inside, But what I didn’t have was the courage to say it, And what they didn’t have was the time to hear it. ] ...

February 23, 2014  · #157

The Final Good Bye

I dismissed, I prayed, I pleaded, For this day, this time to never come. But it had to eventually, today it finally arrived, It’s time to say the words and be done with, “My friend… For now… Good Bye. ” We can’t hug and cry, of course, That would such a sissy thing to do, (Not to mention ‘gayish’ and awkward too.) So we mask our feelings with a big muffler of smile, But the naked eyes would describe a different sight. ...

February 1, 2014  · #152

शायद आज कोई दूर जा रहा है...

होठ तो कुछ नहीं कहते, पर आँखों में बंद एक सैलाब है, रोकने को हाथ नहीं उठते, पर उंगलियां मुट्ठियों में कैद करने को बेताब हैं, लौट आने का झूठा वादा भी साथ है, जाने क्यों फिर दिल ये घबरा रहा है, शायद आज कोई दूर जा रहा है… कुछ बातें जो अनकही सी रह गयीं, कुछ यादें जो जल्दी में खो गयीं, कुछ लम्हे जो अधूरे से रह गए, कुछ वादे जो पूरे न कर सके, मुसाफिर, उन्हें एक बार मुड़कर तो देख ले, खामोश सीने में दिल ये कराह रहा है, शायद आज कोई दूर जा रहा है… ...

December 20, 2013  · #146

तन्हाई

हमारे कूचे को मुड़कर न देखना, ये उनकी रज़ा थी, उनकी गली में पाँव न रख सकें, ये हमारी सजा थी, ता-उम्र तन्हाई में काट देना किसे मंजूर था मगर, कुछ उनकी, कुछ हमारी वजह थी। ~रबी [ They won’t come to my area, it was their wish, I can’t set foot in their area, it was my punishment, Who wanted to live a life of this kind of loneliness, But they had some reasons, and I had some reasons. ] ...

December 13, 2013  · #145