डर

डर इस बात का नहीं कि हमें डर लगता है, डर है तो बस कि कहीं हम डरना ना छोड़ दें। डर लगता है अंदर जो सुलगती आग है, डर लगता है कहीं और ना भड़क उठे। खुद घुट कर मर जाएँ तो ज्यादा रंज नहीं, डर लगता है कहीं दुनिया को राख ना कर बैठें। ~रबी [ I don’t fear that I am afraid, I fear that I might stop being afraid. I fear the fire that’s smoldering inside, I fear it might get erupted. I won’t regret if I die choking of it, I fear I might end up burning the world with it. ] ...

December 2, 2014  · #285

एक गुज़ारिश

आपसे एक गुज़ारिश थी… यूँ तन्हा, उदास रहा ना करो। खफ़ा है ज़िन्दगी आपसे, आप ज़िन्दगी से ख़फ़ा रहो तो रहो, अपनों से बेपरवाह रहा ना करो। एक गुज़ारिश और भी… की थोडा और मुस्कुराया करो, आँखों में चमक ज़रा और लाया करो। सुर्ख होठों को लाल रंग की ज़रुरत नहीं, इन लबों को हँसी से ही सजाया करो। और एक गुज़ारिश आख़री… हम प्यार करते हैं आपसे, हमें इतना सताया ना करो। गलतियां तो सभी करते हैं, पर रूठ कर नहीं… हमें प्यार से ही समझाया करो। ...

August 16, 2012  · #89