Have You Ever Experienced Pain?

No, not the kind that comes and goes, The one that just stays and refuses to leave, The one that seeps through the skin, slowly pierces the heart and starts dissolving into your soul. The pain that makes you weak, every second, every moment, The pain that increases inch by inch, till you get overwhelmed, The pain that reminds you, I am here. Today, tomorrow, forever. The pain that becomes your very identity. ...

August 4, 2012  · #83

ज़िन्दगी - एक ट्रेन

तेरे बिना ये ज़िन्दगी, वो ट्रेन का डिब्बा है लगता, जिस पर बिन सोचे-समझे मैं चढ़ तो गया, पर अब आगे जाने का मन नहीं करता, आखिर हमसफ़र के बिना हम सफ़र करके करेंगे भी क्या? राह में कई मिले अब तक, बहुत से बुरे तो कुछ भले भी, जो कुछ ऐसे मिले भी, जिन्हें दिल ने रोकने की कोशिश की। मन किया ले चलें अपने साथ, ये ट्रेन ले जाए जहाँ कहीं भी, पर देखिये किस्मत हमारी ऐसी, उन्हें उनकी मंजिल पहले ही पता थी। ...

July 31, 2012  · #82

बस आज मेरा ये कहा मान लो

नहीं कुछ कहने की जरूरत नहीं, नहीं कुछ करने की जरूरत नहीं, एक घुटन सी महसूस होती है, बस यों ही पास बैठे रहो। नहीं मुझे चाँद नहीं चाहिए, आसमाँ के सितारों की चाहत नहीं, बहुत अकेला लग रहा है, बस मेरा हाथ थामे रहो। नहीं मेरा हँसने का मन नहीं, आज मुस्कुराने का मन नहीं, आज दिल है बस रोती रहूँ, अपनी बाहों में छुपा लो। नहीं कहीं घूमने नहीं जाना, बाहरी नज़ारों से इश्क नहीं, आज चाहत है बस सोती रहूँ, अपने सीने में पनाह दो। ...

July 15, 2012  · #78

लौट आओ, बस एक बार

सालों बीत गए, लेकिन आज भी, कभी कभी दर्द उठता है, कभी कभी चुभन होती है, जब अचानक तुम्हारी याद आती है। लोग कहते हैं, समय बड़ा बलवान होता है, सारे घाव भर देता है, शायद सच भी है, क्योंकि अब खून नहीं रिसता, अब आँसू नहीं निकलते। पर दर्द तो आज भी होता, साँसों में तड़प तो आज भी होती है, काश बाहर के घाव नहीं भरते, काश आँखें नहीं सूखती, शायद कोई ये तकलीफ देख पाता, शायद कोई दर्द कम कर पाता। ...

July 12, 2012  · #77

When You Came In Thoughts...

You know I have never met you I tell you, it really sucks But then, I think it gives me a leverage And it’s not bad as such. I can think of you, the hell way I want to, And there is nothing you can do about it, until you come and stop me to do. And it may seem like a joke, but I am not joking, it is true, Whoever are you, I think of you, does it really matter, that I haven’t, like ever, met thou? ...

July 8, 2012  · #76

इतना भी क्यों तुम समझ नहीं पाती हो?

मैंने चाहा है तुम्हें माहरुख*, क्यों तुम मुझे इतना सताती हो? मेरी क्या है गलती, बता दो मुझे, मुझे क्यों तुम बेवजह रुलाती हो? काश खता पता होती मुझे अपनी, काश कोई बता पाता, आज कल क्यों तुम खफा-खफा नज़र आती हो? भुला दो जो भी गिला है मुझसे, मुझे सजा देने की फ़िराक में क्यों तुम खुद ही को जलाती हो? कल मैं ना रहूँगा तो मुझे याद कर रोया करोगी, तो आज क्यों नहीं तुम मुझे देख कर मुस्कुराती हो? ...

April 23, 2012  · #55

... Still Don't Want You To Get Hurt

Enough girl, I have had enough, I just can’t take it anymore, I gave you chances, not once but twice, Now you don’t deserve a third and forth. Hey I never asked you to love me, Heck if I deserve it, I ain’t sure, All I wanted was be respected a li’l, But you behaved as if I was obscure, I tried my best not to hurt you, Doesn’t matter if I got hurt doing so, But you treated me like a dirt-bag, A commodity to pick, use ’n throw, ...

April 20, 2012  · #54

Job Well Done...

As I opened my eyes, the head still pounding, consciousness coming and going, the mouth tasting like vomit, the veins trying to bust into pieces, breath playing hard to catch up, hands paralyzed, legs feeling crippled. As I lay there in pool of own blood and sweat, clothes torn, soiled, hair ruffled, I saw the faces of my fam and friends, the pride in their eyes, the smile on their faces. At that moment, at that very moment, the only noise that was impeding between the ears, was of my own conscience. It was shouting, voice mixed with relief and excitement, “Job well done, Job well done, Job well done”… ...

March 4, 2012  · #46

If We Could Walk Away With Our Memories...

How could you leave me alone. How could you do that to me? I know you wanted to move ahead in your life, But wasn’t I meant to be a big part of it? How do you think will I survive, For you have become the air I breath, the food I eat, Sans you life will feel less, more or less, it will be lifeless. Deep down I knew the day would come, But the urgency of it, I didn’t know. How life changes in a matter of seconds, I don’t have a better proof to show. ...

February 24, 2012  · #41

तुझे तराशने में उसको बहुत वक्त लगा होगा...

काजल के घेरे में महफूज़ दो आँखें, ठिठुरती सर्दी में सुकून देती वो साँसे, झुककर उठतीं, उठकर झुकतीं पलकें, उँगलियों से पूछतीं, घर का पता भूल बैठी लटें, नर्म होटों पर पनाह लिए कुछ अलफ़ाज़, कानों में मिसरी बन घुलती एक आवाज़, चेहरे पर रुक रुक कर आती एक मासूम मुस्कान, गालों पर पड़ते गड्ढे, झूमती बालियों से सजे कान, केशों में फँसी ओस की बूंदे, तेरी बाहों पर झूलने को बेचैन नज़र आती हैं, पाओं में पड़ी पायलें, इक इक कदम पर तेरे होने का एहसास कराती हैं, ...

February 18, 2012  · #38