मुबारक़
ज़िन्दगी का नाम ही परेशानी रख देना चाहिए, और परेशानी को ही मुझे अपना फलसफा कहना चाहिए। मगर इस पथरीले इकतरफा फ़साने में एक मोड़ आता है, जहाँ से रास्ता आसान तो नहीं होता, पर चलने का हौसला मिल जाता है। जब बाँटने वाला मिलता है ना, तो परेशानी आधी और ज़िन्दगी पूरी लगने लगती हैं। जब हौसला मिलता है ना, तो रास्ता छोटा और मंज़िल पास लगने लगती है। ...