मेरी आँखों में

क्यों करती हो इंतज़ार उस चाँद के निकलने का, क्या मेरी आँखों में अपना रुख़ तुम्हें दिखाई नहीं देता? ~रबी [ Why are you waiting for that moon to come out, Can’t you see your face in my eyes? ]

November 2, 2012  · #100