रश्क़

बहुत आरज़ू लेके आया था मैं उसकी गलियों में, उसने दीद की भी जेहमत न होने दी। अब क्या करूँगा मैं इश्क़ में डूबकर उसके, मुझे तो उसके रश्क़ में ही दफ़न कर दो। ~रबी [ I came in her lane with a lot of hopes, But she didn’t even let me have a look at her. Now, what will I do drowning in her love, Just let me get buried in her envy. ] ...

January 4, 2015  · #307