आँखों में सुकून
सुना था , कुछ पाने के लिए है कुछ खोना ही पड़ता , पर अपनों के लिए पाते - पाते, अपनों को ही खो दूँ , चाहा ना था। वादे तोड़े , दर्द दिया , अपनी-ओ-अपनों की नज़रों में गिर गया , आख़िर जीता , थक हार कर , पर आँखों में सुकून फिर भी ना था। ~रबी [ I had heard that to achieve something, you need to lose something, But I never thought that while winning for my own ones, I will lose even them. I broke promises, I hurt them, I fell down in my and loved ones’ eyes, At last I won what I had set out for, but there was no peace in my eyes. ] ...