मोहसिन

मेरी दिक्कत और उसकी परेशानी में अंतर सिर्फ़ इतना रहा मोहसिन, मेरे पास वक्त ना रहा और वो वक्त का मोहताज़ हो गया… ~रबी [ The only difference between my dilemma and his problem was, That I didn’t have time left with me and he had to beg for time… ]

July 4, 2012  · #74

ग़म

तेरे ग़म मिटा नहीं सकता तो क्या, तेरे ग़म भुला तो सकता हूँ, तेरे आँसू हटा नहीं सकता तो क्या, कुछ देर हँसा तो सकता हूँ … ~रबी [ So what if I can’t remove your sadness, I can make you forget them, So what, if I can’t remove your tears, I can make you laugh for a while. ]

June 28, 2012  · #71

बेशक  इल्म  हो  जाता

हँसता हूँ, खेलता हूँ, बातें बहुत सी करता हूँ, पर तुझसे रिश्ता क्या है, ये मालूम नहीं चल पाता। लेकिन जो भी है, इसे इश्क ना समझ लेना। अगर इश्क होता, मुझे ना सही, अब तक मेरे यारों को बेशक इल्म हो जाता। ~रबी [ I laugh, I play, I talk a lot with you, But I still don’t know what’s the relationship between us. Well, whatever it is, don’t consider it love. Had it been love, then if not me, My friends would have definitely found out about it. ] ...

April 29, 2012  · #59

दरिया

ये ज़िन्दगी का दरिया, बहा ले जा रहा है कहाँ, ना मुझे रास्ते का इल्म, ना तुम्हें मंजिल का पता। ‘गर कुछ भी न किया तो, दूर बहुत दूर निकल जायेंगे, गुमनामी के भंवर में गुम हो, लौट वापस न पायेंगे। चलो इस कश -म -कश से अब बाहर निकलते हैं , तुम संभालो एक पतवार, दूसरी हम पकड़ते हैं। [ TIME सही है, CAT की preparation शुरू करते हैं। ] ...

March 3, 2012  · #45

दग़ा

तुम्हें तो लगा होगा , तुमने ‘दोस्त’ पर दया की , मैं कहता हूँ, तुमने मेरी दोस्ती से ही दग़ा की। अरे अगर मारना ही था तो पूरा ही मार देते , मुझे अधमरा कर छोड़ने की जरूरत क्या थी ? ~रबी [ You would have thought, you did a favor to a ‘friend’, I say, you betrayed my friendship, If you wanted to kill me, then you should have killed me fully, why did you leave me half dead? ] ...

January 28, 2012  · #24

पुकारा

तूने इतनी बार पुकारा मुझे , कि मुझे अपने ही नाम से मोहब्बत हो गयी ! ~रबी [ You called me so many times, That I fell in love with my own name! ]

December 24, 2011  · #16

अफ़सोस

जब जब तुझसे मिलता हूँ, तो अफ़सोस होता है, कि तुझसे पहले क्यों ना मिला। और दुःख इस बात का, कि शायद फिर तुझसे कभी ना मिल पाऊंगा … ~रबी [ Whenever I meet you, I regret, not meeting you before, And I fear, may be I won’t meet you ever again…]

November 23, 2011  · #7