कोई नहीं

चाहने वाले तो बहुत हैं यहां, ‘चाहने’ वाला कोई नहीं। तड़पता हूँ मैं तेरे लिए, कहे तो कोई, पर अफ़सोस, कहने वाला कोई नहीं। ~रबी [ A lot of people like me here, No one to love. I desire you so much, I wish someone says, But alas, there is no one to say. ]

October 18, 2014  · #264

मन होता है

तेरी आगोश में सोने को मन होता है, तुझसे लिपट कर कुछ कहने को मन होता है, तेरी आँखों में आँखें डाल कर, तेरी उँगलियों में उंगलियां कसा कर, तुझे गौर से देखने को मन होता है। जो सीने में मेरे जल रही है अर्सों से, वो आग तुझसे भिगोने को मन होता है, लगता है गरम चाशनी सा, तेरा बदन छूने को मन होता है। तेरे होटों से निकली उजली भाप में, आँखें सेंक लेने को मन होता है। ...

October 7, 2014  · #257