छोटी सी लड़की की बातें इतनी बड़ी

एक छोटी सी पागल सी लड़की थी, बातें बड़ी बड़ी मगर करती थी। बड़े अजीब से सपने थे उसके, कुछ पराय कुछ अपने थे उसके, अभी उड़ना कहाँ सीखा था उनने, पंख लगने बाकी थे उनमे, अपने सपने अपने में ही कैद रखती थी, कोई छीन न ले, थोड़ा सा तो डरती थी। लोग लड़ा करते थे उससे हर बात पे, वो बेबात लोगों से लड़ा करती थी। कभी मुह सिकोड़ती, कभी मुह बनाती थी, वजन न बढे, तो थोड़ा कम ही खाती थी। खैर ये तो हर लड़की की कहानी है, उसमे क्या अलग था, ये बात कइयों से अंजानी थी, कभी नाखुनो को तिरंगे में रंगती, कभी हाथों को मेहँदी से ढंकती, कभी कुछ पहनती, कभी कुछ पहनती, कभी कभी कुछ और ही ढंग से सजती। ...

August 27, 2014  · #243

बहुत दिन हुए, कुछ नया नहीं लिखा तुमने...

आज फुर्सत में बैठे, यूं ही याद आया मुझे, बहुत दिन हुए, कुछ नया नहीं लिखा तुमने… उम्मीद है, कलम तुम्हारी अभी टूटी नहीं होगी, लहू मिले आंसुओं की स्याही अभी सूखी नहीं होगी, उम्मीद है अभी भी तुम आयतें लिखते होगे किसी के लिए, उम्मीद है तुमसे तुम्हारी नज़्म अभी रूठी नहीं होगी। पता नहीं तुम्हे याद है भी या नहीं, कई दिन पहले तुमसे एक फरमाइश किया करता था अक्सर, शायद तुम भूल गए, शायद तुम उसे पूरी करना चाहते ही नहीं, चलो कोई बात नहीं, लिखना ना छोड़ देना मगर, पूरी ना कर सके फरमाइश अगर। ...

June 5, 2014  · #192

क्या वो भी

कभी कभी सोचता हूँ, ये किसने अँधेरे की ओट में ऐसा सवेरा जलाया होगा, ये किसने दिल पिघला कर इस मोम को बनाया होगा, वो कौन था जिसे रात-रात भर नींद नहीं आती होगी, जो उसने अपने ख़्वाबों को इतने आहिस्ता से सजाया होगा। कभी कभी सोचता हूँ, जब ये बोलती होगी, क्या सच में फ़िज़ा महकती होगी, क्या सच में इसकी महफ़िल में चिड़ियाँ आकर चहकती होंगी, ये हाथों में चमकते कंगन, ये गले में सफ़ेद हार, ये कानो में दमकते झुमके, ये तन पे कत्थई लिबास, क्या तब भी दुनिया इसे ही खूबसूरती की हद्द कहती होगी ? ...

May 23, 2014  · #189

निगाहें

“निगाहें” इन्ही निगाहों में तो दुनिया बस्ती है, इन्ही निगाहों में रोज सोती, रोज जगती है, ये निगाहें जो बोलती कहा सुनती है, इन्ही निगाहों से तो ज़रा रोती ज़रा हंसती है। ये निगाहें जिन्हे देख लें वो राना हो जाए, जो महरूम हो इन निगाहों से फना हो जाए, गर्द में भी उसे जन्नतें पनाह हो जाएँ, जो ये निगाहें किसी की आशना हो जाएँ। कोई समझा नहीं इन निगाहों की नवाज़िशें, अजब हैं, मगर लोग कहते हैं, यही निगाहें बा-खुदाई का सबब हैं, इन्ही निगाहों की तो वो निगाह-ए-क़वायद करते हैं, झूठ नहीं, इन्ही निगाहों को निगाह-ए-इनायत कहते हैं। ...

May 7, 2014  · #182

एक हद्द होती है खूबसूरती की

जो थी नहीं किसी के बस की , वो बात आपने आज कर दी, एक हद्द होती है खूबसूरती की, आपने जो आज पार कर दी। नाम की सुध नहीं, काम का ख्याल नहीं, लोग जो करने बैठे बातें इधर उधर की, भूला भी लौट आये, जिसे याद हो भटक जाए, ऐसी हालत है आज संसार भर की, एक हद्द होती है खूबसूरती की, आपने जो आज पार कर दी। ...

May 6, 2014  · #181

Elegance on a hospital bed

Azure blue eyes, and cyan blue robe. Skin pale like banana leaves, So tiny, so weak. But that smile intact. Hair scattered, no braids, Lips parched, no stick. Like a precarious version of self. But that smile intact. WBCs mutilated by infections. RBCs disappearing, plummeting haemoglobin. Nerves gobling bottles after bottles of glucose. But that smile intact. Needles pierced in arms like a heroine addict. Inhaling from a gas mask every now and then, A soldier preparing for the imminent chemical warfare. But that smile still intact. ...

May 2, 2014  · #180

उसमे थोड़ा सच भी था

उसने कहा, मेरी आँखों में देखो और बताओ क्या दिखता है? मैंने कहा, निहायत ही घटिया ये सवाल कैसा है? उसने कहा बकवास बंद करो मुझे जानना है! मैंने कहा, अच्छा फिर सुनो, तुम्हारी आँखों पर मेरा क्या मानना है। वो सामने बैठी और गौर से सुनने लगी, मैंने गाला साफ़ कर दास्तान-ए-अँखियाँ शुरू की … क्या तुमने किसी बच्चे की आँखों में देखा है ? मासूमियत के सिवा उनमे कुछ और कभी मिलता है ? वो ही मासूमियत दिखती है तुम्हारी आँखों में। एक मासूमियत जो कभी घटती नहीं, एक मासूमियत जो कभी मिटटी नहीं। ...

April 27, 2014  · #179

Have Faith. Endure.

It sucks to know what you are going through, It sucks that I can’t come ‘n meet you, It sucks that I am far far-away, It sucks that no-one is there to cheer you , It sucks that you are suffering so much, It sucks that there’s nothing that I can do , And I would have done it earlier if only I knew, But from today, I will pray, that you get well soon. Have Faith. Endure. ...

April 17, 2014  · #174

मौत

बेमौत की मौत, ये मौत आई है मुझे, जो मौत के काबिल हैं, ना मौत आई है उन्हें। जब मौत को चिल्लाती थी, ना मौत आई तब मुझे, अब ज़िन्दगी को लड़ने लगी, तो मौत आई है बेवजह। और मौत आई भी, तो देखो मौत आई किस समय, जब माँ भी कहने लगी कि बेटी, ना मौत आएगी तुझे। खैर, मौत तो आनी ही थी, मलाल मौत का नहीं है, बस बेमौत की मौत, ये मौत आई है मुझे। ...

December 29, 2012  · #108

I Will Not Quit

Needed the tears to make me stronger, A little bump on head to make it clearer, I am not a structure of mortar and iron, I am not sissy if I cry, I am just human. A girl. With flesh, bones and emotions, I also get hurt like every other person. Blessed are those who can cry & move on, Some unfortunate ones don’t even have tears to befriend. So, I will cry, I will wail. But that’s just about it. Come hell or high water, I. Will. Not. Quit. ...

July 1, 2012  · #72