दरिया

ये ज़िन्दगी का दरिया, बहा ले जा रहा है कहाँ, ना मुझे रास्ते का इल्म, ना तुम्हें मंजिल का पता। ‘गर कुछ भी न किया तो, दूर बहुत दूर निकल जायेंगे, गुमनामी के भंवर में गुम हो, लौट वापस न पायेंगे। चलो इस कश -म -कश से अब बाहर निकलते हैं , तुम संभालो एक पतवार, दूसरी हम पकड़ते हैं। [ TIME सही है, CAT की preparation शुरू करते हैं। ] ...

March 3, 2012  · #45

दिल  और  दिमाग

अब दिल की सुने, या दिमाग की, आखिर दिल और दिमाग दोनों ही अपने हैं, चलो इस बार दिल पर ही भरोसा करके देखते हैं, बात नहीं बनी, तो कह देंगे… दिल के पास दिमाग नहीं था। ~रबी [ Now should I listen to my heart or my brain, After all, heart and brain both are mine, Alright, let’s believe my heart this time, If it doesn’t turn out to be right, then we can always say… That heart didn’t have a brain to think! ] ...

January 27, 2012  · #23