गर्लफ्रेंड

हमें जलाने की कोशिश मत कर दुनिया, ये ज़ाया है। गर्लफ्रेंड तो हम जब मर्ज़ी, बना सकते हैं। हम तो बस उसके इंतज़ार में हैं, जो हमें चाहे, वर्ना हम तो बहुतों को चाहते हैं … ;) ~रबी [ Don’t try to tease us, you cruel world, We can have a girlfriend whenever we want. We are just awaiting someone who likes us, Otherwise we like way too many of them! ] ...

February 14, 2012  · #36

मुन्तज़िर

वो हमारे मेसेज़ का इंतज़ार करते रहे , हम उनके मेसेज़ के मुन्तज़िर बने रहे , किसी से ये ना हुआ की उठ कर कॉल करले … ~रबी [ She kept waiting for my message, I awaited her message, No one could think of getting up and calling the other… ]

February 13, 2012  · #35

नौकरशाही

जब बेकार थे, तब ही ज़िन्दगी ख़ुशनुमा थी। उनकी नौकरशाही हमने बेकार कबूल की … ~रबी [ When I had no work, life was so good, I don’t know why I accepted to become their servant… ]

February 12, 2012  · #34

जुनूं-ए-इश्क़

कभी मशवरे पर हमारे भी गौर कर लिया करो फ़ैज़ाबादी, तुमसे वक़्फ़ियत हमारी बहुत पुरानी है। ये जो जुनूं-ए-इश्क़ तुम पर चढ़ा है नया नया, नादानी है तुम्हारी, छोड़ दो। वर्ना फ़ना हो जाओगे। ~रबी [ Listen to even our advice also, sometimes, oh Faizabadi, Our relationship with you is very old. This madness of love that has engulfed you nowadays, It’s just immaturity of yours, leave it. Else you will get perished forever. ] ...

February 11, 2012  · #33

दमक

उनके चेहरे पर ही इतनी दमक रहती है, हमें रात दीये की जरूरत नहीं पड़ती है, उनकी तस्वीरों से ही हम अपना घर रोशन कर लेते हैं… ~रबी [ There is so much glow on her face, That I don’t need to a light a candle at night, Just using her pictures I can lighten up my home… ]

February 9, 2012  · #32

मीठा

शिकायत उन्हें ये रहती है , कि हम उनसे बहुत कम मिलते हैं , ना ज़्यादा उनकी सुनते ही हैं। वो ये मगर समझ पाते नहीं , हमें बहुत ज्यादा मीठा देखने - सुनने की आदत नहीं … ~रबी [ She complaints, that I seldom see her, Nor do I listen to her frequently. But she is not able to understand, That I am not used to seeing and hearing that much sweetness together… ] ...

February 8, 2012  · #31

कल  भी  आ  ही  जाएगा

कल - कल करके बहुत जी लिए , चलो आज , आज की बात करते हैं , कल का क्या है , कल तो कल आया था, कल भी आ ही जाएगा … ~रबी [ Enough of living in the hope of ‘someday’, Today, let’s talk about today, What’s there in ‘someday’, Someday came yesterday, it’s gonna come tomorrow as well. ]

February 7, 2012  · #30

तुझे जगाने का मन नहीं करता...

सर रक्खा है मेरे कांधे पर, जाना था कहीं, पर तुझे जगाने का मन नहीं करता। सहा नहीं जाता, इतना सुकूं है तेरे चेहरे पर, पर इसे हटाने का मन नहीं करता। तेरे जुल्फें खेलती हैं मेरे गालों से, हारना है पसंद, पर इन्हें हराने का मन नहीं करता। दुआ है रब से, ये पल कभी खत्म ना हो, इस पल से आगे जाने का मन नहीं करता। अब ऐसा होना तो मुमकिन नहीं, की हर बार मेरा कंधा तेरा तकिया बन सके, पर ऐसा ना चाहने का भी मन नहीं करता। ...

February 4, 2012  · #29

बिखरी-बिखरी

बिखरी-बिखरी सी थी ज़िन्दगी मेरी , तुम जो आये तो लगा ये संवर सी गयी। अकेली समझ डराती-धमकाती थी लोगों की नज़रें , तुम्हें देख मेरे साथ , वो भी सिहर सी गयीं। बुझी - बुझी मुरझाई सी थी काया जिसकी , तुम्हारे हाथों में पड़ वो भी निखर सी गयी। शिकायत हमें बस तुमसे थी इतनी सी, तुम्हें ज़िन्दगी में आने में सालों लग गए, पर तुम्हारे जाते हुए क़दमों में एक पल की हिचक ना थी। ...

February 2, 2012  · #28

मज़ाक

सच कहता हूँ दोस्त , हँसी तो बहुत आती है , तेरी लिखी एक-एक बात पर। मैं दुआ करता हूँ , मेरे अलावा भी कोई हँस दिया करे , झूठा ही सही , तेरी इन करामात पर। तेरी हस्ती कोई मामूली नहीं , गर्व होता है हर पल , खुदा की ऐसी क़ायनात पर। खैर ऐसे ओछे मज़ाक करने की ज़रूरत नहीं , कुछ अपने बारे में ही लिख दिया कर। क्योंकि तेरी ज़िन्दगी खुद ही लगती है, एक छोटा सा मज़ाक भर ! ...

January 31, 2012  · #27