खुशियाँ तलाशते बहुत दुख दिए हैं तुम्हे,
तुम्हारा आँचल भरूंगा अब इन्हीं खुशियों से।
मैं जीना थोड़ा भूल सा गया हूँ,
जब तुम आओगी न तो अब से जीने लगूँगा।

कई रातें काट दी खुली आँखों मे,
जगाये रखा मुझे तुम्हारे सपनों ने।
तुम्हारे ना मिलने का डर सोने नही देता मुझे,
जब तुम आओगी न तो चैन से सोया करूँगा।

शिकायत तुम्हें फ़िज़ूल ही रहती है मुझसे,
मैं अब भी वही हूँ, जैसा मिला था तुम्हें।
सच है, मैं निकला नहीं एक अरसे से बारिश में,
जब तुम आओगी न तो जी भरकर भीगा करूँगा।

मैं काबिल नहीं था जो मैंने कर दिया है,
लड़खड़ाए कदम तो तुमने हौसला दिया है।
हिम्मत टूट गई है वैसे तो आगे बढ़ने की,
जब तुम आओगी न तो खुद ही चल पड़ूँगा।

नाराज़ ना हुआ करो जो बहुत कम हूँ लिखता,
लिखना भूला नहीं हूँ, बस याद नहीं रहता।
मेरी कई ग़ज़लें अधूरी पड़ी हैं ऐसी ही,
जब तुम आओगी न तो उन्हें पूरा करूँगा।

~रबी

[ In search of happiness, I have given you a lot of grief,
I will fill your lap with these happiness now.
I have forgotten to live a little bit,
But when you will come, I will start living again.

I have spent so many nights with open eyes,
Your dreams kept me awake.
Fear of not meeting you does not let me sleep,
But when you will come, I will not sleep peacefully now.

You keep complaining to me without reasons,
I am still the same as you met me the first time.
True, I have not been in the rain for a long time,
But when you will come, I will get drenched to my heart’s content.

I didn’t have the ability to do what I did,
You have encouraged when my steps stumbled,
Although my courage is broken to move forward,
But when you will come, I will starting walking by my own.

Don’t be angry that I write very little,
I have not forgotten to write, just do not remember.
Many of my poems are incomplete like this,
But when you will come, I will complete them. ]

## Wedding Special :) ##