इतनी  बेरुखी  से  इस्तकबाल  किया  उन्होंने  हमारा  महफ़िल  में ,
अपनों  की  ही  बज़्म-ए-दुनिया  में  हम  पराये  बन  गए।

~रबी  

[ She greeted me so rudely in the gathering of my owns,
That I become an outcast in my own world. ]