तू उस धुंध की तरह है,
जिसके आने से बाकी कुछ दिखाई नहीं देता,
ऐसे हालात में हम गिरें, चोट खाएँ,  
तो तुझे हैरानी नहीं होनी चाहिए… 

~रबी

[ You are like a fog,
Which when comes, everything else ceases to be visible,
Now if we start tumbling here and there, and get hurt,
It shouldn’t surprise you! ]