प्यारे पापा,
कभी कंधे पे खेलती थी आपके,
आज कंधे तक आ जाती हूँ।
फिर भी कुछ कह देते हो जोर से,
मैं अब भी डर जाती हूँ।हो जाता है आपको ज़ुखाम भी ,
घर सारा सर पे उठा लेती हूँ।
कर पाऊं आपकी, कुछ ख्वाहिशें पूरी ,
थोड़ा बहुत इसलिए कमा लेती हूँ।बेटा तो नहीं मैं आपका, आपने पर,
बेटे से कभी खराब ना समझा।
आगे भी करने देना मुझे बेटी बन कर ,
पापा, हर काम जो करता आपका बेटा।प्यारी मम्मा,
मैं बहुत नाराज़ हूँ आपसे ,
जो आप मेरा कहा नहीं मानती।
मुझे कितनी फ़िक्र रहती है आपकी,
ये शायद आप भी नहीं जानती।सबसे ज्यादा लड़ती हूँ आपसे ,
आप ना जाने कैसे सेह जाती हो।
मैं रो देती हूँ अक्सर इसीलिए,
आप जो कभी मुझसे रूठ जाती हो।जब कभी खिलाफ भी हुई है दुनिया ,
तब भी आपने मेरा साथ ही दिया।
माँ कभी आपको दुःख दिए किसी ने,
कसम से लड़ जायेगी आपकी बिटिया।~रबी
[ Dear Dad,
I used to play on your shoulder once,
I have grown up to your shoulder now,
Still when you say something loudly,
I get scared sometimes.
Even if you get cold,
I break all hell at home,
To be able to fulfill some of your wishes,
That’s why I earn a little bit.
I am not your Son, but you,
Never considered lesser than a son.
Please let me do all that as a daughter,
Papa, what a son would have done for you.
Dear Mumma,
I am very angry with you,
That you never heed my advice.
I’m so worried about you,
You probably don’t even know.
I fight with you the most,
I don’t know how you bear me.
That’s why I cry sometimes,
When you get angry with me.
Whenever the world was against me,
You supported me even then.
Mother, if someone hurt you,
I swear, I will fight them all. ]
## Written for a friend on her parents’ anniversary. ##