[ कुछ समय पहले… ]

रखते हैं तुम्हे आस्तीन में छुपाकर,
पड़ न जाए कहीं फरिश्तों की नज़र,
ले गए जो अगर तुम्हे हमसे छीनकर,
कभी सोचा है क्या बीतेगी हम पर।

[ कुछ समय बाद… ]

नहीं था हमें कोई इल्म, ना थी ऐसी कोई खबर,
नस नस में घोल दोगे तुम इतना जो जहर,
तुम को हम छुपाते फिरे, दुनिया भर की नज़रों से,
डस लिया तुमने हमको ही, आस्तीन का सांप बनकर।

~रबी

[ [ Some time ago…]

I hide you under my sleeve,
So that angels don’t get to look at you,
If they snatch you away from me,
Have you ever wondered what will I have to go through.

[ Some time later…]

I didn’t know, I didn’t have the news,
You will poison each and every portion of me,
I kept hiding you from the eyes of the whole world,
You ended up biting me only, proving a snake under the sleeve. ]